सामान्य जुकाम और खांसी के लिए 10 घरेलू उपचार
सामान्य जुकाम और खांसी के लिए 10 घरेलू उपचार
सर्दी जुकाम के रामबाण इलाज : sardi jukam (Cold/ Cough) ke nuskhe in hindi
सर्दी होने का कारण :sardi jukam kaise hota hai
• यह रोग अधिकतर गलत-खान पान के कारण से होता है क्योंकि गलत तरीके से खाने पीने से शरीर में दूषित द्रव जमा हो जाता है जिसके कारण यह रोग व्यक्ति को हो जाता है।• यह रोग अत्यधिक ठंड लगने, ताजी हवा में सांस लेने से तथा अच्छी आदतों के कारण से हो जाता है।
• अधिक ठंडे पदार्थ का भोजन में अधिक उपयोग करने के कारण भी यह रोग हो सकता है।
• शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण भी सर्दी रोग हो सकता है।
• शरीर में अधिक कमजोरी आ जाने के कारण भी सर्दी हो जाता है।
• जब किसी संक्रमित व्यक्ति के द्वारा छींकने पर उसकी बून्दे किसी स्वस्थ व्यक्ति पर पड़ती है तो यह रोग स्वस्थ व्यक्ति को भी हो जाता है। क्योंकि यह रोग खांसने तथा छींकने से अधिक फैलता है।
सर्दी होने पर लक्षण : sardi jukam ke lakshan
• यह रोग किसी व्यक्ति को हो जाता है तो उसकी नाक से पानी बहने लगता है तथा उसके सिर में भारीपन महसूस होने लगता है। रोगी व्यक्ति को हलका बुखार तथा शरीर में दर्द व थकान भी होती है।• जब इस रोग की शुरूआत होती है तो रोगी व्यक्ति को ठंड लगने लगती है तथा उसके गले में खराश होती है और नाक बहने लगती है।
• इस रोग के कारण रोगी व्यक्ति को गले में या सीने में खांसी उठती है, तथा कभी-कभी तो यह बारी-बारी से उठती है।
• इस रोग से पीड़ित रोगी को सांस लेने में परेशानी भी होने लगती है तथा रोगी व्यक्ति की आवाज भारी हो जाती है और अधिक बोलने-खाने पीने में परेशानी होने लगती है।
जुकाम और खांसी
मौसम में बदलाव के
साथ ही कई प्रकार की बीमारियां व्यक्ति को अपना शिकार बनाती है। इनमें जुकाम और खांसी सबसे सामान्य हैं। साधारण सी बीमारी
लगने वाली ये बीमारी आपको बहुत परेशान कर सकती है। इसके उपचार के लिए आप घरेलू उपाय आजमा
सकते हैं, ये आसानी से उपलब्ध
होते हैं और इनका कोई भी साइड इफेक्ट भी नही पड़ता है।
हल्दी
जुकाम और खांसी से बचाव के लिए हल्दी बहुत ही अच्छा उपाय है। यह बंद नाक और गले की खराश की समस्या को भी दूर करता है। जुकाम और खांसी होने पर दो चम्मच हल्दी पावडर को एक गिलास दूध में मिलकार सेवन करने से फायदा होता है। दूध में मिलाने से पहले दूध को गर्म कर लें। इससे बदं नाक और गले की खराश दूर होगी। सीने में होने वाली जलन से भी यह बचाता है। हती नाक के इलाज के लिए हल्दी को जलाकर इसका धुआं लें, इससे नाक से पानी बहना तेज हो जाएगा व तत्काल आराम मिलेगा।गेहूं की भूसी
जुकाम और खांसी के उपचार के लिए आप गेहूं की भूसी का भी प्रयोग कर सकते हैं। 10 ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग और कुछ नमक लेकर पानी में मिलाकर इसे उबाल लें और इसका काढ़ा बनाएं। इसका एक कप काढ़ा पीने से आपको तुरंत आराम मिलेगा। हालांकि जुकाम आमतौर पर हल्का-फुल्का ही होता है जिसके लक्षण एक हफ्ते या इससे कम समय के लिए रहते हैं। गेंहू की भूसी का प्रयोग करने से आपको तकलीफ से निजात मिलेगी।तुलसी
समान्य कोल्ड और खांसी के उपचार के लिए बहत की कारगर घरेलू उपाय है तुलसी, यह ठंक के मौसम में लाभदायक है। तुलसी में काफी उपचारी गुण समाए होते हैं, जो जुकाम और फ्लू आदि से बचाव में कारगर हैं। तुलसी की पत्तियां चबाने से कोल्ड और फ्लू दूर रहता है। खांसी और जुकाम होने पर इसकी पत्तियां (प्रत्येक 5 ग्राम) पीसकर पानी में मिलाएं और काढ़ा तैयार कर लें। इसे पीने से आराम मिलता है।अदरक
सर्दी और जुकाम में अदरक बहुत फायदेमंद होता है। अदरक को महाऔषधि कहा जाता है, इसमें विटामिन, प्रोटीन आदि मोजूद होते हैं। अगर किसी व्यक्ति को कफ वाली खांसी हो तो उसे रात को सोते समय दूध में अदरक उबालकर पिलाएं। अदरक की चाय पीने से जुकाम में फायदा होता है। इसके अलावा अदरक के रस को शहद के साथ मिलाकर पीने से आराम मिलता है।काली मिर्च पाउडर
जुकाम और खांसी के इलाज के लिए यह बहुत अच्छा देसी ईलाज है। दो चुटकी, हल्दी पाउडर दो चुटकी, सौंठ पाउडर दो चुटकी, लौंग का पाउडर एक चुटकी और बड़ी इलायची आधी चुटकी, लेकर इन सबको एक गिलास दूध में डालकर उबाल लें। इस दूध में मिश्री मिलाकर पीने से जुकाम ठीक हो जाता है। शुगर वाले मिश्री की जगह स्टीविया तुलसी का पाउडर मिलाकर प्रयोग करें।इलायची
इलायची न केवल बहुत अच्छा मसाला है बल्कि यह सर्दी और जुकाम से भी बचाव करता है। जुकाम होने पर इलायची को पीसकर रुमाल पर लगाकर सूंघने से सर्दी-जुकाम और खांसी ठीक हो जाती है। इसके अलावा चाय में इलायची डालकर पीने से आराम मिलता है।हर्बल टी
सर्दी और जुकाम में औषधीय चाय पीना बहुत फायदेमंद होता है। सर्दी के कारण जुकाम, सिरदर्द, बुखार और खांसी होना सामान्य है, ऐसे में हर्बल टी पीना आपके लिए फायदेमंद है। इससे ठंड दूर होती है और पसीना निकलता है, और आराम मिलता है। यदि जुकाम खुश्क हो जाये, कफ गाढ़ा, पीला ओर बदबूदार हो और सिर में दर्द हो तो इसे दूर करने के लिए हर्बल टी का सेवन कीजिए।कपूर
सर्दी से बचाव के लिए कपूर का प्रयोग भी फायदेमंद है। कपूर की एक टिकिया को रुमाल में लपेटकर बार-बार सूंघने से आराम मिलता है और बंद नाक खुल जाती है। इसके आलाव यह कपूर सूंघने से ठंड भी दूर होती है। कपूर की टिकिया का प्रयोग करके आप सर्दी और जुकाम से बचाव कर सकते हैं।नींबू
गुनगुने पानी में नींबू को निचोड़कर पीने से सर्दी और खांसी में आराम मिलता है। एक गिलास उबलते हुए पानी में एक नींबू और शहद मिलाकर रात को सोते समय पीने से जुकाम में लाभ होता है। पका हुआ नींबू लेकर उसका रस निकाल लीजिए, इसमें शुगर डालकर इसे गाढ़ा बना लें, इसमें इलायची का पावडर मिलाकर इसका सेवन करने से आराम मिलता है।सर्दी जुकाम का आयुर्वेदिक उपचार : sardi jukam dur karne ke liye gharelu upay
1. तुलसी पत्ता और अदरख : तुलसी और अदरख सर्दी-जुकाम के लिए रामबाण इलाज है। इसके सेवन से इसमें तुरंत राहत मिलती है। एक कप गर्म पानी में तुलसी की पांच-सात पत्तियां डाल दें और उसमें अदरख के एक टुकड़े को भी डाल दे और उसे कुछ देर तक उबलने दे और उसका काढ़ा बना ले। जब पानी बिल्कुल आधा रह जाए तो इसे आप धीरे-धीरे पी ले। यह नुस्खा बच्चों के साथ बड़ों को भी सर्दी-जुकाम में राहत दिलाने के लिए असरदार होता है।२. जब तक सर्दी जुकाम ठीक न हो जाए, सुबह शाम अदरक के साथ शहद चूसने से आराम रहेगा।
3. नाक बंद और गले में ख़राश होने पर गरम पानी में चुटकी भर नमक डालकर गरारे करें। इससे आपका गला खुल जाएगा। विषाणु का प्रकोप भी कम हो जाएगा।
4. 3 – 4 काली मिर्च पीस कर उसमे थोड़ी पीसी हुई हींग मिला ले फिर इसे गुड की छोटी डली में भर कर उसकी छोटी छोटी गोलियां बना ले और रोजाना सुबह शाम इसका सेवन करे।
5. गैस और मोटापा के इलाज के साथ-साथ अजवाइन सर्दी जुखाम ठीक करने में भी फायदा करती है। गुनगुने पानी के साथ सुबह शाम अजवाइन लेने से इस बीमारी में जल्दी आराम मिलता है।
6. नाक बंद हो तो काली मिर्च, इलायची, दालचीनी और जीरे को बराबर मात्रा मे ले और किसी सुत्ती कपड़े में बाँध कर बार बार सूँघे, इससे आपको छींक आने लगेगी और बंद नाक खुल जायेगा।
7. जायफल और दालचीनी cold and cough treatment में रामबाण उपाय है। जायफल और दालचीनी को बराबर मात्रा में ले कर पीस ले और दिन में 2 बार खाए, इस उपाय से जुखाम में आराम मिलेगा।
8. 5 लौंग, 10 – 15 ग्राम गेंहू की भूसी और थोड़ा नमक लेकर पानी में मिला ले और उबाल कर एक काढ़ा बना ले। रोजाना सुबह शाम 1 – 1 कप काढ़ा पिये इससे सर्दी जुकाम से आराम मिलने लगेगा।
9. सर्दी जुकाम के रोग में रात को नींद लेने से पहले राई के तेल को थोड़ा गर्म कर ले और इसकी 3 से 4 बूंदे दोनो कानों में डाले। इसके बाद अब रूई से कानों को बंद कर दे यह gharelu upay जुकाम की समस्या में बहुत प्रभावशाली है।
10. सर्दी जुकाम के रोग के उपचार में किशमिश का प्रयोग बहुत ही असरदार साबित होता है। किशमिश के कुछ दाने लेकर उसे पीस ले। अब इसका पानी में घोल कर मिश्रण बनाकर इसमें चीनी डाल कर उबाले और फिर ठंडा होने दे। रोज रात को सोने जाने से पहले इसका प्रयोग करने से सर्दी जुकाम में तेजी से आराम मिलता है।
सर्दी-जुकाम का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार : sardi jukam ke prakritik upchar in hindi
• इस रोग को ठीक करने के लिए रोगी व्यक्ति को सबसे पहले हल्की धूप में टहलकर शरीर से पसीना बाहर निकालना चाहिए। फिर इसके बाद रोगी व्यक्ति को स्पंजस्नान कराना चाहिए और फिर से शरीर को गर्म करना चाहिए। इससे इस रोग में लाभ होता है।• जो रोगी व्यक्ति अधिक कमजोर है उसे टहलना नहीं चाहिए बल्कि उसे बिस्तर पर लेटकर आराम करना चाहिए और आधे-आधे घण्टे के बाद एक-एक गिलास गर्म पानी में नींबू का रस डालकर या फिर गर्म पानी पीना चाहिए। ऐसा करने से नाक खुलकर बहने लगती है और सर्दी का जोर काफी कम हो जाता है।
• इस रोग को दवाइयों के द्वारा दबाना नहीं चाहिए क्योंकि दबाने से और कई प्रकार के रोग उभर सकते हैं।
• इस रोग को ठीक करने के लिए गर्म पानी में अच्युताय हरिओम अमृत द्रव्य की कुछ बूंदें दाल नाक से उस पानी की गर्म भाप लेनी चाहिए ।
• कभी-कभी सर्दी-जुकाम होने के कारण गले में खराश हो जाती है इस रोग को ठीक करने के लिए गुनगुने पानी में थोड़ा-सा कागजी नींबू का रस और जरा-सा नमक मिलाकर दिन में दो से तीन बार गरारा करने तथा गर्दन पर गर्म सिकाई करके इस पर भीगे कपड़े की पट्टी 1 से 2 घण्टे तक आवश्यकतानुसार बांधने से यह रोग ठीक हो जाता है।
• रोगी व्यक्ति के पैरों में गर्मस्नान तथा मेहनस्नान करने से नाक में जलन तथा नाक बंद होना ठीक हो जाता है।
• सर्दी-जुकाम से पीड़ित रोगी को कभी-कभी सीने में कफ जमा होने के कारण सीने में दर्द होने लगता है। इस रोग को ठीक करने के लिए गर्म पानी में भीगे हुए तौलिये से दो दिनों तक रोगी के सीने पर सिकाई करनी चाहिए तथा इसके बाद रोगी के सीने पर गीली पट्टी लगानी चाहिए या फिर रात के समय में कड़वे तेल में थोड़ा कपूर डालकर और गर्म करके उसे सीने पर मलकर ऊपर से एक मोटा कपड़ा बांधना चाहिए जिसके परिणाम स्वरूप सीने में दर्द जो कि सर्दी-जुकाम के कारण हुआ होता है वह ठीक हो जाता है।
• रोगी व्यक्ति को दिन में दो बार तथा रात में गर्म कपड़े से अपने शरीर की सिकाई करनी चाहिए। जिसके फलस्वरूप यह रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है।
• इस रोग से पीड़ित रोगी को अपने चेहरे और सीने पर गर्म सिकाई करनी चाहिए तथा इसके साथ-साथ गर्दन पर भी सिकाई करनी चाहिए। रोगी व्यक्ति को अपने पैरों को गर्म पानी में कुछ समय के लिए रखना चाहिए जब तक की पसीना न आने लगे। इस प्रकार से उपचार करने से सर्दी का रोग ठीक हो जाता है।
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